रायपुर: सहायक शिक्षक की काउंसलिंग में बीएड डिग्री उपाधिधारकों की मांग अब राजनीतिक तूल पकड़ने लगी है। दरअसल लोक शिक्षण संचालनालय ने नजरंदाज करते हुए सिर्फ डीएड डिग्री धारकों को काउंसलिंग के लिए आवेदन आमंत्रित किया। जिसके बाद बीएड डिग्री धारकों में भारी आक्रोश है। सरकार के हर तंत्र से निराश होने के बाद अब उन्होंने खुद मोर्चा खोला है। सोमवार को प्रेसवार्ता कर अपनी व्यथा सुनाई। अब राजनीतिक पार्टी के नुमाइंदों के पास भी आस लगा रहे हैं। इसी कड़ी में बीएड डिग्री उपाधि धारकों ने पूर्व आईएएस और प्रदेश भाजपा महामंत्री ओपी चौधरी से सोमवार को मुलाकात की।
ओपी चौधरी ने कहा कि मैं आपके मांगों से सहमत हूं आपकी बातों को मैं जरूर रखूंगा। इस पर आप चौधरी ने ट्विटर पर सहायक शिक्षक की भर्ती प्रक्रिया में बीएड उपाधि धारकों को शामिल करने हेतु ट्वीटर पर बीएड उपाधि धारकों के समर्थन में पोस्ट किया। उन्होंने सरकार से अपील करते हुए लिखा कि सहायक शिक्षक भर्ती 2023 बीएड प्रशिक्षणार्थी अभ्यर्थियों को अपात्र किए जाने के संबंध में राजनीति से परे होकर अपील करता हूं कि मुख्यमंत्री श्री @bhupeshbaghel जी, प्रकरण की संवेदना को ध्यान में रखकर अभ्यर्थियों के हित में उचित कदम उठाएं।
क्या है मामला
बीएड डिग्री धारक विकास मिश्रा ने बताया कि मामला हाई कोर्ट में लंबित है। माननीय न्यायालय का आदेश है कि अंतिम फैसले के पूर्व नियुक्ति के संबध में किसी भी प्रकार का निर्णय नहीं लिया जाए। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ लोक शिक्षण संचालनालय के द्वारा हमें सहायक शिक्षक नियुक्ति की काउंसलिंग प्रक्रिया से बाहर कर दिया है। जो हमारे साथ अन्याय है।
One thought on “सहायक शिक्षक भर्ती मामला: ओपी से मिले बीएड डिग्रीधारक… जाने क्या है पूरा मामला…”